इस बार वैशाखी पूर्णिमा पर अनेक शुभ योग बने हैं। इस दिन सुख-शांति देने वाला स्वाति नक्षत्र, सर्वकार्य सिद्ध बनाने वाला सिद्धि योग, मां लक्ष्मी का दिन शुक्रवार और शुक्र की राशि तुला में चंद्रमा का स्थित होना धन प्रदायक योग बना रहा है। इस दिन व्रत-पूजन और कुछ विशेष उपाय करने से धन का आगमन अच्छा होगा।
इस दिन व्रत-पूजन और कुछ विशेष उपाय करने से धन का आगमन अच्छा होगा। इस दिन यम की प्रसन्नता के लिए जलकुंभ का दान भी किया जाता है। इस दिन चंद्र ग्रहण होने से इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्म भी हुआ था इसलिए इसे बुद्ध पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस दिन कूर्म जयंती भी मनाई जाती है।
पंडित से वैशाख स्नान के समापन का पूजन करवाएं। ब्राह्मणों को भोजन करवाएं, उन्हें उचित दान-दक्षिणा, वस्त्रादि भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त करें।
मिश्री और मखाने डालकर खीर बनाएं और इसे 12 वर्ष तक की सात कन्याओं के पैर पूजन कर उन्हें खिलाएं। इससे आर्थिक संपन्नता बनी रहती है।
वैशाख पूर्णिमा के दिन जल से भरे हुए कुंभ अर्थात् मटके का दान करने यम का पाश कट जाता है। यमराज की प्रसन्नता के लिए यह दान बड़ा फलदायी होता है। इससे मनुष्य के संपूर्ण परिवार की अकाल मृत्यु, आकस्मिक घटना-दुर्घटना से सुरक्षा होती है।